Hello engineers you are reading the post of electrical Zindagi it's a part of Shri Radhe studies
दोस्तों आप भी इलेक्ट्रिकल बैकग्राउंड से हैं तो आज कि यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही ज्यादा इंपॉर्टेंट होने वाली है क्योंकि आज की इस पोस्ट में हम लोग पावर फैक्टर के बारे में बात करने वाले है।
पावर फैक्टर के बारे में हम लोग बहुत सारे क्वेश्चन के ऊपर में बात करेंगे।
Questions covered in this post
- पावर फैक्टर क्या होता है?
- पावर फैक्टर की आसान परिभाषा?
- पावर फैक्टर कितने प्रकार का होता है?
- पावर फैक्टर से होने वाले लॉसेस ?
- पावर फैक्टर को कैसे सही किया जा सकता है?
- पावर फैक्ट ज्यादा होना अच्छा है या कम होना अच्छा है?
- पावर ट्रांगल क्या होता है?
- पावर फैक्टर खराब (कम) होने के कारण क्या होते है?
- What is power factor?
- Simple definition of power factor?
- Types of the power factor?
- Losses due to power factor?
- How can the power factor be corrected?
- Is it good to have more power factor or to have less?
- What is Power Tangle?
- What are the causes of poor (low) power factor?
बहुत सारे क्वेश्चंस बहुत सारे डाउट्स के बारे में आज की इस पोस्ट में हम लोग बात करने वाले हैं तो इस पोस्ट को पूरा एंड तक कि पढ़ना है और अपने दोस्तों के साथ भी इसे शेयर करें।
दोस्तों इलेक्ट्रिकल पावर आज के समय में बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है क्यों न AC (Alternating current) इलेक्ट्रिकल पावर हो क्यों ना DC (Direct Current) इलेक्ट्रिकल पावर हो दोनों ही अपनी जगह में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
आपको पता है की AC एनर्जी को जनरेट करते हैं AC मे ही इलेक्ट्रिसिटी को हम लोग ट्रांसमिट करते हैं और साथ ही में AC इलेक्ट्रिसिटी को डिस्ट्रीब्यूट और यूटिलाइज भी करते हैं
दोस्तों कई केसों में यह देखा गया है कि किसी मशीन या फैक्ट्री या डोमेस्टिक परपस से किसी घर का पावर फेक्टर सही ना होने के कारण वह अपनी रिक्वायरमेंट से ज्यादा इलेक्ट्रिसिटी का उपयोग करता है और रिजल्ट में उसके इक्वल आउटपुट भी नहीं देता है तो ऐसी कंडीशन को हम लोग इलेक्ट्रिसिटी के वेस्टेज में काउंट करते हैं
आज कि पोस्ट में हम लोग इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मोस्ट डिमांडेड टॉपिक पावर फैक्टर के बारे में बात करने वाले हैं बहुत सारे क्वेश्चंस के बारे में हम लोग बात करेंगे
दोस्तों अगर आप इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से हैं तो पावर फैक्टर से रिलेटेड MCQ या फिर छोटे बड़े क्वेश्चन जैसे कि पावर फैक्टर इंप्रूवमेंट कैसे किया जा सकता है या फिर पावर फैक्ट ज्यादा होना अच्छा है या कम होना अच्छा है ऐसे कई सारे पावर फैक्टर रिलेटेड क्वेश्चन आपसे आमतौर पर इंटरव्यूअर या एग्जाम में पूछे जाते हैं मैं दावा करता हूं कि आज की इस पोस्ट को पढ़ने के बाद पावर फैक्टर से रिलेटेड कोई भी क्वेश्चन आप से नहीं छूटेगा
मैं यह कोशिश करूंगा की पावर फैक्टर को आपको इजी टू इजी वे में इन फैक्ट आपकी डेली लाइफ से रिलेट करते हुए आपको समझा सकूं ताकि इंटरव्यू या फिर एग्जाम के टाइम पर जब भी आपको पावर फैक्टर रिलेटेड टॉपिक किसी को समझाना है या उससे लिटिल आंसर लिखना हो तो आप आसानी से लिख सकें
Power Factor Definition
पावर फैक्टर डेफिनेशन
"इलेक्ट्रिकल सिस्टम में वोल्टेज और करंट के बीच का एंगल पावर फैक्टर कहलाता है इसे Cos¢ से दिखाया जाता है।"
"The cosine of angle between voltage and current in an a.c. circuit is known as Power Factor"
P=VICOS¢
Power Factor explanation
इलेक्ट्रिकल में 3 तरह के लोड माने जाते हैं रेजिस्टिव लोड इंडक्टिव लोड और कैपेसिटी लोड जिसमें से आमतौर पर हमें रेसिस्टिव लोड और इंडक्टिव लोड देखने को मिलता है
सामान्य तौर पर कैपेसिटी लोड हमें देखने को नहीं मिलता है यही मेन कारण है की पावर फैक्टर में वोल्टेज के कंपेरटिवली करंट लीडिंग पावर फैक्टर का नहीं होता है अगर मैं आसान भाषा में बोलूं तो आपको यह बता सकता हूं कि इलेक्ट्रिकल सिस्टम में 100 में से 98 प्रतिशत आपको लेगिंग पावर फैक्टर देखने को मिलेगा इसके बारे में हम आगे आर्टिकल में बात करेंगे।
दोस्तों आगे की बात करने से पहले आपको एक जानकारी देना चाहूंगा जैसा कि आपको पता है कि जब किसी लोड को सप्लाई से जोड़ा जाता है ऐसी कंडीशन में सप्लाई से लोड तक वोल्टेज और करंट दोनों ही एक wave में पहुंचती है ऐसी कंडीशन में वोल्टेज और करंट दोनों की वेबफॉर्म अलग-अलग होती हैं अब सामान्य तौर पर होना तो यह चाहिए कि करंट और वोल्टेज की वेब फॉर्म एक साथ शुरू हो और एक साथ ही खत्म हो
पर ऐसा देखने को नहीं मिलता है इसी कारण से वोल्टेज वेब फॉर्म और करंट वेब फॉर्म के बीच अंतर हो जाता है और यही अंतर पावर फैक्टर एंगल कहलाता है और इसका Cos के साथ मान निकालने पर यह पावर फेक्टर कहलाता है
दोस्तों अगर आप ऊपर की बताई हुई बात को जरा गौर से पढ़े तो आपको एक बात पता चलेगी की पावर फैक्टर की कहानी सिर्फ एसी सप्लाई में ही होती है डीसी सप्लाई में नहीं जैसा कि मैंने बताया कि जब हम लोग लोड को सप्लाई के साथ में जोड़ते हैं ऐसी कंडीशन में हमारी करंट और वोल्टेज दोनों ही वेवफॉर्म में लोड तक पहुंचते हैं और आपको तो यह पता ही है की एसी में फ्रिकवेंसी होती है जिस वजह से एसी सप्लाई में वेब फॉर्म देखने को मिलती है और डीसी सप्लाई में फ्रीक्वेंसी नहीं होती है जिस वजह से डीसी में वेवफॉर्म देखने को नहीं मिलती है
कंक्लिजन के तौर पर हम यह कह सकते हैं की पावर फैक्टर की कहानी सिर्फ एसी सप्लाई में ही आपको देखने को मिलेगी डीसी सप्लाई में आपको पावर फैक्टर के ऊपर कोई भी बात नहीं करनी है।
अब जरा बात हम कर लेते हैं कि इलेक्ट्रिकल में जो तीन तरह के लोड होते हैं उनकी करंट और वोल्टेज की वेब फॉर्म के बारे में।
ऊपर दिखाए गए चित्र से आप यह नतीजा निकाल सकते हैं कि रिजिस्टिव लोड में करंट और वोल्टेज की वेब फॉर्म में जीरो डिग्री का डिस्प्लेसमेंट होता है वही इंडक्टिव लोड में करंट और वोल्टेज की वेबफॉर्म में 90 डिग्री का डिस्प्लेसमेंट होता है और कैपेसिटी लोड में भी करंट और वोल्टेज की वेब फॉर्म में 90 डिग्री का डिस्प्लेसमेंट होता है
- रजेस्टिव लोड में करंट और वोल्टेज वेबफॉर्म सेम डायरेक्शन में होती है
- कैपेसिटी लोड में करंट वोल्टेज को 90 डिग्री से लीड करता है
- इंडक्टिव लोड में करंट वोल्टेज से 90 डिग्री लेग करता है
मतलब यह कि किसी इलेक्ट्रिकल सिस्टम में पावर फैक्टर की बात तभी की जाएगी जब इलेक्ट्रिकल सिस्टम कैपेसिटी हो या इंडक्टिव नेचर का हो
पर अभी आपको याद होगा कि ऊपर मैंने आपको बताया था कि नॉर्मल यूज में कैपेसिटी लोड नहीं होता।
अगर आसान शब्दों में मैं बोलूं तो यह कहा जा सकता है जब हमारा इलेक्ट्रिकल सिस्टम इंडक्टिव नेचर का होगा और उसमें अल्टरनेटिंग करंट प्रवाहित हो रही होगी तभी पावर फैक्टर की बात की जाएगी
इलेक्ट्रिकल सिस्टम के इंडक्टिव नेचर होने पर करंट और वोल्टेज की वेबफॉर्म में 90 डिग्री का डिस्प्लेसमेंट होता है यह 90 डिग्री करंट और वोल्टेज के बीच का एंगल ¢ कहलाता है और अगर इस मान को Cos के साथ में रख दिया जाए तो प्राप्त मान पावर फैक्टर कहलाता है।
- पावर फैक्टर क्या होता है?
- पावर फैक्टर की आसान परिभाषा?
- पावर फैक्टर कितने प्रकार का होता है?
- पावर फैक्टर से होने वाले लॉसेस ?
- पावर फैक्टर को कैसे सही किया जा सकता है?
- पावर फैक्ट ज्यादा होना अच्छा है या कम होना अच्छा है?
- पावर ट्रांगल क्या होता है?
- पावर फैक्टर खराब (कम) होने के कारण क्या होते है?
दोस्तों आशा करूंगा कि पावर फैक्टर से रिलेटेड जो इंट्रोडक्शन आज मैंने आपको दिया है आपको पसंद आया होगा इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें