Cathode Ray Oscilloscope kya hota hai | Construction Working and Application
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दोस्तों आज की यह पोस्ट आपके लिए बेहद इंपॉर्टेंट होने वाली है क्योंकि आज की इस पोस्ट पर हम लोग इलेक्ट्रिकल से रिलेटेड एक बेहद महत्वपूर्ण प्रश्न Cathode Ray Oscilloscope in hindi पर बात करने वाले हैं यह प्रश्न आपके इलेक्ट्रिकल इंटरव्यू में पूछा जाता है साथ ही में अगर आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से पढ़ाई कर रहे हैं तो आपके सेमेस्टर एग्जाम में भी पूछा जा सकता है तो इस पोस्ट को एंड तक पढ़िएगा और अपने दोस्तों के साथ में शेयर करिएगा ।
तो चलिए आज कुछ नया सीख लेते हैं...
What is Cathode Ray Oscilloscope?
Cathode Ray Oscilloscope kya hota hai?
Cathode Ray Oscilloscope क्या होता है?
Cathode Ray Oscilloscope kya hota hai: Cathode Ray Oscilloscope को संक्षिप्त रूप में CRO भी कहते हैं इसका उपयोग Electrical क्वांटिटी को वेवफॉर्म में मेजर करने के लिए किया जाता है।
इस उपकरण की सहायता से Electrical क्वांटिटी की वेब फॉर्म को एंप्लीट्यूड और टाइम की रिस्पेक्ट मैं ग्राफ की सहायता से दर्शाया जाता है इस उपकरण में ग्राफ को दर्शाने के लिए 2 axis होती हैं X Axis , Y Axis
Cathode Ray Oscilloscope की सहायता से नॉन Electrical क्वांटिटी को भी मेजर किया जा सकता है परंतु ऐसा करने के लिए ट्रांसड्यूसर का उपयोग किया जाता है।
Block Diagram of Cathode Ray Oscilloscope
Parts of Cathode Ray Oscilloscope
- Cathod Ray Tube
- Vertical Amplifier
- Horizontal Amplifier
- Delay line Circuit
- Trigger Circuit
Cathode Ray Tube
Cathode Ray Tube: Cathode Ray tube मैं एक इलेक्ट्रॉन गन लगी होती है जब इस इलेक्ट्रॉन गन में वोल्टेज अप्ली करते हैं तो इलेक्ट्रॉन गन से इलेक्ट्रॉन बीम निकलती है ये इलेक्ट्रॉन बीम vertical Deflection Plate , Horizontal Deflection Plate से होते हुए फास्फोरस (Phosphor) स्क्रीन पर टकराती है।
Vertical Amplifier
जिस सिग्नल को मीटर करना होता है उसे वर्टिकल एंपलीफायर में भेजा जाता है यह एंपलीफायर सिग्नल को एमप्लीफाई करके डिले लाइन सर्किट को भेजता है और यह सिग्नल आगे जाकर वर्टिकल डिफलेक्शन प्लेट पर प्रदर्शित किया जाता है।
Delay line Circuit
जब सिग्नल वर्टिकल एंपलीफायर से डिले लाइन सर्किट को भेजा जाता है तभी सिग्नल का कुछ अंश होरिजेंटल एंपलीफायर की तरफ भी भेज दिया जाता है।
होरिजेंटल एंपलीफायर के माध्यम से सिग्नल के प्रोसेस को कंप्लीट होने में कुछ समय लगता है इतने समय के लिए वर्टिकल एंपलीफायर से निकले सिग्नल को होल्ड करने के लिए डिले लाइन सर्किट का उपयोग किया जाता है।
Trigger Circuit
ट्रिगर सर्किट का उपयोग वर्टिकल एंपलीफायर से आए हुए सिग्नल को एक निश्चित समय अंतराल में ट्रिगर करने के लिए उपयोग में लाया जाता है समय अंतराल का ज्ञान टाइम बेस जनरेटर के माध्यम से किया जाता है।
Horizontal Amplifier
वर्टिकल एंपलीफायर से सिग्नल एम्प्लीफाई होकर जब डिले लाइन सर्किट की तरफ जाता है तभी सिग्नल का कुछ अंश होरिजेंटल एंपलीफायर को भी भेज दिया जाता है होरिजेंटल एंपलीफायर तक सिग्नल आने से पहले सिग्नल को ट्रिगर सर्किट व टाइम बेस जनरेटर के माध्यम से एक निश्चित समय अंतराल में ट्रिगर कराया जाता है।
होरिजेंटल एंपलीफायर में प्राप्त सिग्नल वीक हो चुका होता है इसे पुनः एंपलीफायर करके होरिजेंटल डिफलेक्शन प्लेट में सिग्नल को भेज दिया जाता है।
Working
जब किसी इलेक्ट्रिकल या नॉन इलेक्ट्रिकल क्वांटिटी का अध्ययन वेबफॉर्म के माध्यम से करना होता है तब Cathode Ray Oscilloscope का उपयोग किया जाता है।
इस उपकरण में इलेक्ट्रिकल क्वांटिटी डायरेक्ट मापी जा सकती है जबकि नॉन इलेक्ट्रिकल क्वांटिटी को मापने के लिए ट्रांसड्यूसर का उपयोग किया जाता है।
मापी जाने वाली क्वांटिटी को वर्टिकल एंपलीफायर में भेजा जाता है वर्टिकल एंपलीफायर के माध्यम से क्वांटिटी को अंप्लीफाई किया जाता है अब एम्प्लीफायर क्वांटिटी को डिले सर्किट में भेजा जाता है इसी बीच इस क्वांटिटी के कुछ अंश को होरिजेंटल एंपलीफायर को भेजा जाता है होरिजेंटल एंपलीफायर आने से पहले इस क्वांटिटी को ट्रिगर सर्किट व टाइम बेस जनरेटर के माध्यम से एक निश्चित समय अंतराल में ट्रिगर कराया जाता है ऐसा करने से क्वांटिटी वीक हो जाती है इस क्वांटिटी को होरिजेंटल एंपलीफायर के माध्यम से अंप्लीफाई किया जाता है और होरिजेंटल डिफलेक्शन प्लेट में क्वांटिटी को भेजा जाता है जैसे ही यह क्वांटिटी होरिजेंटल डिफलेक्शन प्लेट में आती है डिले सर्किट वर्टिकल एंपलीफायर से प्राप्त क्वांटिटी को वर्टिकल डिफलेक्शन प्लेट में भेज देता है।
इस प्रोसेस के दरमियान में कैथोड रे ट्यूब के माध्यम से इलेक्ट्रॉन बीम screen पर रिफ्लेक्ट कराया जाता है।
जैसे ही वर्टिकल डिफलेक्शन प्लेट व होरिजेंटल डिफलेक्शन प्लेट में क्वांटिटी आती है यह प्लेट इलेक्ट्रॉन बीम का प्रसार कर देती हैं ऐसा करने से स्क्रीन में क्वांटिटी की वेबफॉर्म बन जाती है जो कि मेग्नीट्यूड और टाइम के रिस्पेक्ट में होती है।
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